पॉलिसी का दायरा
यह पॉलिसी Octa के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, नियुक्त उत्पादकों, उत्पादों और Octa द्वारा प्रदत्त सेवाओं पर लागू है। Octa के अंतर्गत सभी बिजनेस इकाइयां और लोकेशन मनी लॉन्ड्रिंग के विरूद्ध संघर्ष में एकजुट प्रयास करने हेतु सहयोग करेंगे। प्रत्येक बिजनेस इकाई और लोकेशन द्वारा जोखिम-आधारित प्रक्रिया लागू की गई है जो इसे रोकने, पता लगाने तथा ट्रांजैक्शिन को रिपोर्ट करने हेतु प्रतिबद्ध रहेंगे। किए गए सभी प्रयासों को प्रलेखित करके उन्हें बनाए रखा जाएगा। AML अनुपालन समिति, संदिग्ध गतिविधि रिपोर्ट ("SARs") तैयार करने या उपयुक्त कानूनी प्रवर्तन या नियामक एजेंसियों को अन्य आवश्यक रिपोर्ट करने के लिए जिम्मेदार है। AML अनुपालन समिति पॉलिसी संबंधी कानूनी प्रवर्तन या नियामक एजेंसियों से संपर्क करेगी।
यह समिति
- मनी लॉन्ड्रिंग (संदिग्ध) की आंतरिक रिपोर्टें प्राप्त करेगी
- संदिग्ध घटनाओं की रिपोर्ट की जांच-पड़ताल करेगी
- सक्षम प्राधिकारियों के लिए संदिग्ध घटनाओं की रिपोर्ट तैयार करेगी
- स्टाफ और सलाहकारों की जागरुकता और प्रशिक्षण के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करेगी
- फर्म के शासी निकाय को फर्म के सिस्टम और प्रभावी नियंत्रण के बारे में कम से कम वार्षिक आधार पर रिपोर्ट करेगी।
- नए उत्पादों के विकास; नए ग्राहक बनाने; और फर्म के बिजनेस प्रोफाइल में बदलाव के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक पॉलिसी को लागू करने की दिन-प्रतिदिन मॉनिटर करेगी।
पॉलिसी
मनी लॉन्ड्रिंग करने और इसमें सहयोग देने या आतंकवादी या आपराधिक गतिविधियों की फंडिंग सक्रिय रूप से रोकने की Octa की पॉलिसी रही है। लागू कानून के अनुसार Octa, AML अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है और यह अपने अधिकारी, कर्मचारी और नियुक्त उत्पादकों से अपेक्षा करता है कि इसके उत्पादों और सर्विसेज को मनी लॉन्ड्रिंग के उद्देश्यों में इस्तेमाल किए जाने से रोकने में इन मानकों का पालन किया जाए।
पॉलिसी के उद्देश्य के अंतर्गत मनी लॉन्ड्रिंग को आमतौर पर इस रूप में परिभाषित किया गया है कि आपराधिक कृत्यों से उगाहे धन के स्रोत छिपाना या भ्रमित करना ताकि गैर कानूनी ढंग से उगाहे धन या परिसंपत्ति को वैध स्रोत से अर्जित किया हुआ साबित किया जा सके।
मनी लॉन्ड्रिंग क्या है?
मनी लॉन्ड्रिंग ऐसी प्रक्रिया है, जिसके द्वारा आपराधिक कृत्यों से उगाहे धन अथवा अन्य परिसंपत्तियों (आपराधिक संपत्ति) को "वैध" धन या अन्य संपत्ति में परिवर्तित किया जा सके, जिनका आपराधिक कृत्य से स्पष्ट रूप से कोई लिंक प्रतीत न हो।
आपराधिक संपत्ति, धन या धन के मूल्य, प्रतिभूति, मूर्त और अमूर्त संपत्ति किसी रूप में हो सकती है। इसमें आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाला धन भी शामिल है, चाहे वह किसी भी तरह से उगाहा गया हो।
मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधि में शामिल हैं:
- आपराधिक संपत्ति अर्जित करना, उसका उपयोग करना या रखना
- चोरी, धोखा-धड़ी और कर-वंचना के रूप में आपराधिक कृत्यों से उगाहे धन का रख-रखाव करना
- किसी प्रकार के आपराधिक अथवा आतंकवादी कृत्यों में जानबूझकर लिप्त होना
- अपराधियों को मदद पहुंचाना अथवा आतंकवाद के प्रयोजनार्थ संपत्ति में शामिल होना
- आपराधिक कृत्यों से उगाहे धन को अन्य वित्तीय उत्पादों में इनवेस्ट करना
- आपराधिक कृत्यों से उगाहे धन से संपत्ति/परिसंपत्ति अर्जित करना
- आपराधिक संपत्ति ट्रांसफर करना।
मनी लॉन्ड्रिंग में कोई एक चरण नहीं है; कार अथवा आभूषण जैसे लक्जरी आइटम की खरीद और बिक्री से लेकर वैध ऑपरेशन के जटिल मकड़जाल द्वारा धन पार करने जैसी विधियां इसमें शामिल हैं। आमतौर पर आरंभ में नकदी ही होगी, लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग को आपराधिक संपत्ति के संदर्भ में परिभाषित किया गया है। यह संपत्ति किसी भी कल्पनीय कानूनी रूप में हो सकती है, चाहे यह धन, अधिकार, अचल संपत्ति या कोई अन्य लाभ में हो सकती है, यदि आपको ज्ञात या संदेह हो कि उसे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से, आपराधिक कृत्यों के परिणामस्वरूप उगाहा गया है और आप उसके विरूद्ध अपनी आवाज नहीं उठाते, तो आप भी इस प्रक्रिया के भागीदार हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग प्रक्रिया में तीन चरण हैं:
- प्लेसमेंट
गैर-कानूनी कृत्यों से उगाहे आरंभिक धन को किसी बैंक अकाउंट में डालना। - छिपाना (लेयरिंग)
धन की उगाही का स्रोत छिपाने और उन पर वैधता का आवरण डालने के उद्देश्य से अनेक वित्तीय ट्रांजैक्शनों की श्रृंखला से नकदी को सिस्टम से खपाना। - एकीकरण-
अपराधी धन का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं, क्योंकि धन एक बार सिस्टम से गुजर जाने पर जाहिर तौर पर "वैध" हो जाता है।
वित्तीय क्षेत्र का कोई भी बिजनेस अपराधियों की गतिविधियों से सुरक्षित नहीं और फर्मों को अपने उत्पादों और सर्विसेज में मनी लॉन्ड्रिंग के संभावित जोखिम के बारे में विचार करना चाहिए।
काउंटर आतंकवाद वित्तपोषण (CTF) क्या है?
आतंकवादी वित्तपोषण, वैध बिजनेस की प्रक्रिया है और व्यक्ति वैचारिक, राजनीतिक या अन्य कारणों से आतंकवादी गतिविधियों या संगठनों को धन उपलब्ध कराते हैं। इसलिए फर्मों को सुनिश्चित करना चाहिए कि: (i) ग्राहक स्वयं आतंकवादी संगठन न हो; और (ii) वे ऐसे साधन उपलब्ध न करा रहे हों जिनके माध्यम से आतंकवादी संगठनों को वित्त पोषित किया जा रहा हो।
आतंकवादी वित्तपोषण में आपराधिक कृत्यों से उगाहा गया धन, आतंकी गतिविधियों में सीधे शामिल होने के बजाए धन के मूल स्रोत या धन के इच्छित उपयोग को छिपाने का एक प्रयास हो सकता है, जिसे बाद में आपराधिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
जोखिम आधारित दृष्टिकोण
फर्म में मनी लॉन्ड्रिग निरोधक प्रक्रिया के बारे में विचार करते समय हर संभव अपेक्षित सुरक्षा बरती जाएगी, जिसमें जोखिम आधारित दृष्टिकोण भी अपनाया जाएगा। इसका आशय यह है कि मनी लॉन्ड्रिग जोखिम रोकने में हर संभव प्रयास किए जाने में व्यय राशि संभावित खतरे के अनुपात में हो।
इसे इन क्षेत्रों में बांटा जा सकता है:
ग्राहक जोखिम
अलग-अलग ग्राहक प्रोफाइल के साथ जोखिम विभिन्न स्तरों पर होता है। अपना ग्राहक जानें (केवाईसी) से ग्राहक से उत्पन्न जोखिम की जांच की जा सकती है। उदाहरण के लिए, हाल ही में सेवानिवृत्त व्यक्ति द्वारा अपने वित्तीय विवरण के अनुसार बचत अकाउंट में छोटे, नियमित अंशदान की तुलना में मध्यम-आयु वर्ग के व्यक्ति द्वारा अपने बचत अकाउंट में वित्तीय प्रोफाइल से हटकर कभी-कभी अनिश्चित रूप से तदर्थ भुगतान करने पर जोखिम की अधिक संभावना रहती है। पहले वाले ग्राहक की तुलना में बाद वाले ग्राहक पर अधिक सतर्क होकर निगरानी करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि दूसरे ग्राहक से मनी लॉन्ड्रिंग के खतरे की संभावना कही अधिक होगी। कॉरपोरेट संरचना को ग्राहकों के लिए उदाहरण के रूप इस्तेमाल किया जा सकता है कि पहले वाले ग्राहक की तुलना में दूसरे वाले ग्राहक की प्रोफाइल से मनी लॉन्ड्रिंग के लिए अधिक जोखिम होगा, क्योंकि अपराधियों द्वारा धन का स्रोत छिपाने के लिए ट्रांजैक्शन में परत (लेयर) का इस्तेमाल किया जाता है और इसी तरह से ग्राहकों को वर्गीकृत किया जा सकता है ।
उत्पाद जोखिम
यह जोखिम उत्पाद अथवा सर्विस द्वारा होता है। उत्पाद की क्रियात्मकता से उसके मनी लॉन्ड्रिंग टूल होने का स्वत: जोखिम रहता है।
संयुक्त मनी लॉन्ड्रिंग स्टीमरिंग ग्रुप ने वर्गीकृत किया है कि किन फर्मों के उत्पाद में तीन प्रकार का जोखिम बैंड होता है- कम, मध्यम तथा अधिक। आमतौर पर शुद्ध प्रोटेक्शन कंट्रैक्ट को कम जोखिम की श्रेणी में रखा जाता है। इसके अतिरिक्त, जोखिम श्रेणी के वर्गीकरण में सहयोग देने वाले कारक उत्पाद से संबद्ध सेल्स प्रकिेय्रा है। यदि केवाईसी के कारण उत्पाद का ट्रांजैक्शन सलाह पर आधारित है, तो ग्राहक के बारे में काफी कम जानकारी वाले ट्रांजैक्शन की तुलना में इसमें कम जोखिम होगा।
देश का जोखिम
ग्राहक की भौगोलिक स्थिति या बिजनेस गतिविधि के उद्गम के साथ जोखिम जुड़ा होता है, इसके पीछे तथ्य यह है कि विश्व भर के देशों में अलग-अलग स्तर का जोखिम होता है।
फर्म स्वयं निर्धारित करे कि वह मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए आरंभिक स्तर पर अपेक्षित तथा उपर्युक्त चार जोखिम क्षेत्रों का इस्तेमाल करते हुए निरंतर आधार पर हर संभव उपाय करे।
ग्राहक पहचान कार्यक्रम
Octa ने ग्राहक पहचान कार्यक्रम (CIP) अपनाया है। पहचान की जानकारी प्राप्त करने के लिए Octa ग्राहकों को सूचना देगा; प्रत्येक ग्राहक से कुछ न्यूनतम पहचान संबंधी जानकारी लेगा, और उन्हें, सत्यापन विधियों और परिणामों को रिकॉर्ड करेगा।
ग्राहकों को नोटिस
Octa ग्राहकों को सूचित करेगा कि कानूनी अपेक्षाओं के अनुपालन में वह ग्राहकों को अपनी पहचान सत्यापित करने के लिए अनुरोध कर रहा है।
अपना ग्राहक जानें
बिजनेस संबंध बन जाने पर, सामान्य गतिविधि स्थापित करने के लिए कंपनी के लिए आवश्यक होगा कि वह पता लगाए कि ग्राहक को उससे कैसे बिजनेस की अपेक्षाएं हैं।
एक बार बिजनेस संबंध स्थापित हो जाने के बाद, उस ग्राहक के नियमित बिजनेस का मूल्यांकन उसके बिजनेस के अपेक्षित पैटर्न पर किया जा सकता है। उसके बाद किसी प्रकार की अस्पष्ट गतिविधि की जांच की जा सकती है कि क्या वह संदिग्ध मनी लॉन्डिंग या आतंकवाद हेतु वित्तपोषण तो नहीं है।
ग्राहक की आय, बिजनेस, धन का स्रोत, कारोबारी आदतों और किसी ट्रांजैक्शन के आर्थिक उद्देश्यों के बारे में सूचना आम तौर पर सलाह के प्रावधान के रूप में एकत्रित की जाती है। बिजनेस संबंधों की शुरूआत में ही व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त की जाती है, जैसे राष्ट्रीयता, जन्म तिथि और आवासीय पता। वित्तीय अपराध (AML और CTF सहित) के जोखिम के संबंध में ऐसी जानकारी पर भी विचार किया जाना चाहिए। उच्च जोखिम वाले ट्रांजैक्शन के लिए, ग्राहक द्वारा प्रदान की गई जानकारी का सत्यापन कराना उपयुक्त होगा।
धन का स्रोत
ट्रांजैक्शन होने पर धन का स्रोत, अर्थात भुगतान कैसे किया जाएगा, कहां से और किसके द्वारा किया गया, के बारे में हमेशा पता लगाएं और उसे ग्राहक की फाइल में रिकॉर्ड करें (इसके लिए आमतौर पर चेक की प्रतिलिपि या प्रत्यक्ष डेबिट मैनडेट रखा जाए)।
पहचान
व्यक्तिगत ग्राहक के लिए मानक पहचान की आवश्यकता आमतौर पर ग्राहक से संबंधित परिस्थितियों और उत्पाद के प्रकार को नियंत्रित करने वाले जोखिम के स्तर पर होती है, यानी उत्पाद का जोखिम स्तर, चाहे कम, मध्यम या अधिक हो। इसे ध्यान में रखते हुए उत्पाद के कम और मध्यम प्रकार के जोखिम में पहचान के उद्देश्यों के लिए मानक के रूप में ये जानकारियां आवश्यक हैं:
- पूरा नाम
- आवासीय पता
सत्यापन
प्राप्त जानकारी का सत्यापन विश्वसनीय और स्वतंत्र स्रोतों पर आधारित हो - जो या तो ग्राहक अथवा फर्म द्वारा इलेक्ट्रॉनिक रूप से या दोनों के मेल से दिए गए दस्तावेज हों। जहां बिजनेस आमने-सामने किया जाता है, फर्मों को सत्यापन में शामिल किसी भी दस्तावेज़ का मूल देखने चाहिएं।
यदि किसी व्यक्ति की पहचान के दस्तावेज का साक्ष्य अधिकाधिक विश्वासनीय बनाना हो, तो वह आमतौर पर किसी सरकारी विभाग या एजेंसी या किसी न्यायालय द्वारा जारी किया गया हो, क्योंकि इसमें अधिक संभावना है कि अधिकारियों ने उस व्यक्ति की और उसके चरित्र की जांच की होगी। संबंधित व्यक्ति के पहचान के ऐसे दस्तावेज के साक्ष्य उपलब्ध न होने पर ग्राहक की पहचान कराने के अन्य साक्ष्य उपलब्ध कराए जा सकते हैं, हालांकि फर्म को इनमें शामिल जोखिम की जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए।
यदि दस्तावेज से पहचान सत्यापित की जानी हो, तो उसे इस आधार पर किया जाए:
सरकार द्वारा जारी दस्तावेज, जिसमें शामिल हैं:
- ग्राहक का पूरा नाम, और
- उसका आवासीय पता
- सरकार द्वारा जारी फोटोग्राफिक पहचान के दस्तावेज
- वैध पासपोर्ट
- राष्ट्रीय पहचान पत्र
वैकल्पिक रूप से, यह सरकार द्वारा जारी किसी गैर-फोटोग्राफिक दस्तावेज़ से किया जा सकता है, जिसमें ग्राहक का पूरा नाम शामिल किया गया हो, जो किसी दूसरे दस्तावेज़ द्वारा समर्थित हो, जिसमें शामिल हैं:
- ग्राहक का पूरा नाम, और
- उसका आवासीय पता
मॉनिटरिंग और रिपोर्ट करना
Octa की बिजनेस इकाइयों के अंतर्गत निगरानी आधारित ट्रांजैक्शन की उचित व्यवस्था हो। मॉनिटरिंग में विशेष ट्रांजैक्शन शामिल होंगे, लेकिन ये $5000 या इससे अधिक के ट्रांजैक्शन तक सीमित नहीं होंगे, जिनके बारे में Octa संदिग्ध गतिविधि का कारण मानता है। सभी रिपोर्टों को प्रलेखित किया जाएगा।
संदिग्ध गतिविधि
संदिग्ध गतिविधि संबंधी ऐसे संकेत, जिनसे मनी लॉन्ड्रिंग का पता चलता हो। इन्हें आमतौर पर "रेड फ्लैग" के रूप में जाना जाता है। यदि कोई रेड फ्लैग पकड़ में आएगा, तो ट्रांजैक्शन के पहले अतिरिक्त पर्याप्त सावधानी बरती जाएगी। कोई उचित स्पष्टीकरण न मिलने पर, संदिग्ध गतिविधि AML अनुपालन समिति के पास भेज दी जाएगी।
रेड फ्लैग के उदाहरण:
- सरकारी रिपोर्ट के अनुपालन की आवश्यकता और फर्म की AML पॉलिसीयों के अनुपालन में ग्राहक अस्वाभाविक रूप से आना-कानी करें, विशेषरूप से अपनी पहचान, बिजनेस और परिसंपत्तियों या कारोबारी गतिविधियों से संबंधित कोई जानकारी प्रकट करने में अनिच्छा जाहिर करें अथवा इनकार करें अथवा असामान्य अथवा संदिग्ध पहचान अथवा बिजनेस दस्तावेज़ प्रस्तुत करे।
- ग्राहक ऐसे ट्रांजैक्शन में संलिप्त होने की इच्छा जाहिर करें, जिसमें बिजनेस भावना अथवा स्पष्ट इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी का अभाव हो अथवा वह ग्राहक द्वारा उल्लिखित बिजनेस स्ट्रेटेजी से असंगत हो।
- ऐसा पाए जाने पर कि ग्राहक ने धन के स्रोत संबंधी जानकारी दी है, वह झूठ, भ्रामक या काफी हद तक गलत है।
- अनुरोध पर यदि ग्राहक अपने धन और अन्य परिसंपत्तियों के वैध स्रोत की पहचान कराने से इनकार करें अथवा ऐसा करने में विफल रहे।
- ग्राहक (या उसके साथ सार्वजनिक रूप से जुड़ा व्यक्ति) की पृष्ठभूमि संदिग्ध हो अथवा समाचार में उसके विरूद्ध किसी संभावित आपराधिक, सिविल या विनियामक उल्लंघन की रिपोर्ट हो।
- ग्राहक जोखिम, कमीशन या अन्य ट्रांजैक्शन लागत के बारे में फिक्रमंद न हो।
- ग्राहक किसी अज्ञात प्रिंसिपल के एजेंट के रूप में कार्य करता हुआ प्रतीत हो, लेकिन उस व्यक्ति या इकाई के बारे में वैध कामर्शियल कारणों के बिना जानकारी देने में अनिच्छुक हो अथवा टाल-मटोल कर रहा हो।
- ग्राहक को अपने बिजनेस की प्रकृति बताने में कठिनाई हो अथवा अपने उद्योग की सामान्य जानकारी न हो।
- ग्राहक लगातार बड़ी करेंसी डिपॉजिट करने का प्रयास करे, केवल नकदी ट्रांजैक्शन पर जोर दे अथवा नकदी और नकद मूल्य के समतुल्य डिपॉजिट करने हेतु संबंधित फर्म की पॉलिसियों में छूट मांगे।
- कोई स्पष्ट कारण न होने पर भी ग्राहक के पास एक ही नाम से कई अकाउंट या कई नामों से अकाउंट हों, जिनमें बड़ी संख्या में इंटर-अकाउंट या अन्य पार्टी को धन ट्रांसफर किया गया हो।
- ग्राहक के अकाउंट में अस्पष्ट या अचानक बड़ा ट्रांजैक्शन किया गया हो, विशेषकर उन अकाउंट में जिनमें पिछला या विगत ट्रांजैक्शन न के बराबर था।
- ग्राहक के वैध बिजनेस उद्देश्य से असंगत किसी अन्य पार्टी के अकाउंट में भारी धनराशि वॉयर से ट्रांसफर की गई हो।
- ग्राहक के अकाउंट में या अकाउंट से किसी ऐसे देश से/में वॉयर से ट्रांसफ़र किया गया हो, जहां उसका कोई स्पष्ट बिजनेस संबंध न हो और जिसे मनी लॉन्ड्रिंग अथवा बैंक गोपनीयता भंग करने का गढ़ जाना जाता हो।
- ग्राहक के अकाउंट में बड़ी अथवा लगातार धनराशि डाली जाए और बिना किसी स्पष्ट बिजनेस उद्देश्य के उसे चेक या डेबिट कार्ड से तुरंत निकाल लिया जाए।
- ग्राहक धन डिपॉजिट करे और उसके ठीक बाद बिना किसी स्पष्ट बिजनेस प्रयोजन के वह धन किसी अन्य पार्टी या किसी अन्य फर्म को वॉयर से निकालने अथवा ट्रांसफर करने का अनुरोध किया गया हो।
- ग्राहक दीर्घ अवधि में इनवेस्टमेंट के उद्देश्य से अकाउंट में धन डिपॉजिट करे और उसके थोड़ी देर बाद उसे भुनाने का अनुरोध करे कि उस धन को उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाए।
- ग्राहक अनुरोध करें कि ट्रांजैक्शन इस तरह से प्रोसेस किया जाए ताकि वह फर्म के सामान्य दस्तावेज़ संबंधी आवश्यकताओं से बच सके।
अपना ग्राहक जानें– संदिग्ध की पहचान का आधार
ऐसा अकाउंट अक्सर संदिग्ध होगा, जो ग्राहक के ज्ञात, वैध बिजनेस अथवा निजी गतिविधियों अथवा उस ग्राहक के प्रकार के लिए सामान्य बिजनेस के अनुसार न हो। इसलिए, इसे पहचानने की पहली कुंजी उस ग्राहक का बिजनेस जानना होगा कि कहीं ट्रांजैक्शन अथवा ट्रांजेक्शन की श्रृंखला ही अस्वाभाविक तो नहीं।
किसी स्थापित ग्राहक के संदिग्ध ट्रांजैक्शन को निर्धारित करने के लिए ये प्रश्न विचारणीय हो सकते हैं:
- क्या ट्रांजैक्शन का आकार ग्राहक की सामान्य गतिविधियों के अनुरूप है?
- क्या ग्राहक के व्यवसाय या व्यक्तिगत गतिविधियों के संदर्भ में ट्रांजैक्शन औचिؔत्यपूर्ण है?
- क्या ग्राहक द्वारा किए गए ट्रांजैक्शन का पैटर्न बदल गया है?
संदिग्ध परिदृश्य
ट्रांजैक्शन संदिग्ध होने के मद में ये निम्नलिखित शामिल हैं:
- जो ग्राहक पहचान का प्रमाण देने में अनिच्छुक हो;
- ग्राहक, परिचयकर्ता पर अनुचित रूप से निर्भर रहे (वह अपनी पहचान या बिजनेस की यर्थाथ जानकारी देने से बचने के लिए परिचयकर्ता की आड़ ले रहे हो);
- नकदी बिजनेस के लिए अनुरोध करे, उदाहरण के लिए, प्रश्न करें कि क्या इनवेस्टमेंट नकदी में किया जा सकता है, सुझाव दे कि इनवेस्टमेंट के लिए फंड नकदी में उपलब्ध कराया जाएगा;
- जहां इनवेस्टमेंट के लिए फंड का स्रोत स्पष्ट न हो;
- जहां फंड की भारी मात्रा में उपलब्धता, ग्राहक की अन्य परिस्थितियों के अनुरूप मुनासिब न हो (अर्थात धन का स्रोत स्पष्ट न हो)। उदाहरण के लिए यदि विद्यार्थी अथवा नवयुवक के पास इनवेस्टमेंट के लिए भारी मात्रा में धन हो;
- जहां ट्रांजैक्शन ग्राहक के बिजनेस या व्यक्तिगत गतिविधियों के संदर्भ में औचित्यपूर्ण न जान पड़े। यदि ग्राहक बिना उचित स्पष्टीकरण आपके साथ ट्रांजैक्शन की अपनी विधि बदले, तो ऐसे में विशेष सावधानी बरती जाए;
- ट्रांजैक्शन का पैटर्न कहां बदलता है;
- जहां कोई ग्राहक अंतर्राष्ट्रीय ट्रांजैक्शन कर रहा हो और ऐसा न लगे कि उसके पास उन देशों से बिजनेस करने के समुचित कारण हैं (उदाहरण के लिए, उस देश में उसने पैसा क्यों लगाया, जिससे कि फंड का आवागमन हो रहा हो? क्या उनकी परिस्थितियों के अनुरूप उन देशों में धन रखना उचित होगा?);
- यदि कोई ग्राहक बिना किसी स्पष्ट या औचित्यपूर्ण कारण से आपको अपनी सामान्य व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी देने में तैयार नहीं हैं (संदिग्ध होने के कारण दूर से संबंध बनाने में सावधानी बरती जाए, क्योंकि अधिकांश में कारण वास्तविक होंगे। संदिग्ध मामले अकेले नहीं, बल्कि सामान्य रूप से संचित आधार पर होंगे)
मनी लॉन्ड्रिंग करने वाला व्यक्ति अपने ट्रांजैक्शन के बारे में आपको प्रभावित करने वाला तर्क देगा। ट्रांजैक्शन संदिग्ध है या नहीं इसका निर्धारण करने के लिए पूछताछ करें।
संदिग्ध ट्रांजैक्शन को रिपोर्ट करना
जहां, किसी कारण से संदेह होने पर कि कोई ग्राहक अथवा जिनके लिए वह काम कर रहा है, उसमें आपराधिक कृत्यों (अथवा आपराधिक कृत्यों के प्रयास) से उगाहे धन का ट्रांजैक्शन जुड़ा हो, तो उसके बारे में यथासंभव यथाशीघ्र लिखित रिपोर्ट की जाए।
कोई भी बिजनेस चाहे था अथवा है, की परवाह किए बिना आंतरिक रिपोर्ट बनायी जाए।
जाँच पड़ताल
AML अनुपालन समिति को सूचना दिए जाने पर यह निर्धारित करने के लिए जांच-पड़ताल शुरू की जाएगी कि क्या उचित कानूनी प्रवर्तन या नियामक एजेंसियों के लिए जांच रिपोर्ट बनायी जानी है। जांच में अन्य बातों के साथ-साथ ये शामिल होंगे- सभी उपलब्ध जानकारी की समीक्षा, जैसे भुगतान हिस्ट्री, जन्म तिथि और पता। यदि जांच के परिणाम से आवश्यक हुआ, तो उचित कानूनी प्रवर्तन या विनियामक एजेंसी के पास SAR दर्ज करने के लिए AML अनुपालन समिति द्वारा सिफारिश की जाएगी। AML अनुपालन समिति किसी भी नोटिस या कानूनी प्रवर्तन या विनियामक एजेंसी को रिपोर्ट दाखिल करने के लिए जिम्मेदार है।
जांच परिणाम देखने वाले पात्र व्यक्तियों के अलावा जांच परिणाम के बारे में न तो किसी के साथ खुलासा किया जाएगा और न ही उनसे चर्चा नहीं जाएगी। कोई अधिकारी, कर्मचारी या नियुक्त एजेंट AML संबंधित कार्रवाई, जांच, नोटिस या SAR फाइल किए जाने के बारे में किसी व्यक्ति या उन मुद्दों से जुड़े व्यक्ति अथवा किसी अन्य व्यक्ति, जिसमें अधिकारी, कर्मचारी या नियुक्त एजेंट के परिवार के सदस्य सहित, हर हाल में न तो किसी से खुलासा और न ही चर्चा करेगा।
अकाउंट जब्त (फ्रीज) करना
जब यह ज्ञात हो जाए कि आपराधिक कृत्यों अथवा धोखाधड़ी से धन की उगाही करके उसे अकाउंट में डाला गया है, तो अकाउंट अनिवार्यत: जब्त (फ्रीज) कर दिया जाए। यदि ऐसा विश्वास हो जाए कि अकाउंट धारक धोखाधड़ी में संलिप्त है, जिसके बारे में रिपोर्ट किया गया है, तो वह अकाउंट जब्त (फ्रीज) कर दिया जाए।